बिहार स्वाभिमान सम्मेलन में की घोषणा
लालू परिवार का राजनीतिक भविष्य अंधकार में
पटना। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री ददन यादव पहलवान ने कहा है कि यादव वोटों को नीतीश कुमार में पक्ष में शिफ्ट करने की कोशिश को सफल नहीं होने देंगे। आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बिहार स्वाभिमान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख लालू यादव ने यादव जाति के स्वाभिमान को गिरवी रख दिया है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि बिहार के स्वाभिमान की रक्षा के लिए हमने आज से लड़ाई शुरू की है। उन्होंने कहा कि यादव समाज लालू यादव का कार्यकर्ता हो सकता है, उनका बनिहार नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम कई बार लालू यादव के उम्मीदवारों को पराजित करके निर्दलीय विधायक के रूप में चुनाव जीत थे। यह इस बात का प्रमाण है कि लालू यादव अकेले समाज के नेता नहीं थे। राबड़ी देवी खुद राघोपुर में चुनाव हार चुकी हैं। उनका जमानत भी जब्त हो गया था। आज लालू यादव के परिवार में कोई भी मुखिया तक नहीं है। मीसा भारती भी चुनाव हार चुकी हैं। ददन यादव ने नीतीश कुमार पर दस साल तक यादवों पर दमन का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने हमारे समाज पर अत्याचार किया, उसे अपना नेता चुनकर लालू यादव ने यादवों को अपमानित करने का काम किया है। लालू यादव अगर अपने बेटे या बेटी को भी मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करे और नीतीश कुमार का छोडें तो पूरा यादव समाज उनका साथ देगा। उन्होंने आगे कहा कि जदयू उम्मीदवारों के खिलाफ वे यादव समाज को एकजुट कर उनके खिलाफ माहौल बनाएंगे।
ददन पहलवान ने कहा कि हम बिहार में नया विकल्प बनाने की कोशिश की जा रही है। हम नयी संभावनाओं की तलाश भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में यादवों को अपमानित और प्रताडि़त किया जा रहा है। इसके खिलाफ लोगों में व्यापक गुस्सा देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार स्वाभिमान सम्मेलन में राज्य भर के लोग आए हैं। पूरा बिहार नये विकल्प की तलाश कर रहा है। हम विकल्प देने की राजनीति कर रहे हैं।
बिहार स्वाभिमान सम्मेलन में हाजी नूर मोहम्मद, नवीन वाजपेयी, ओमशंकर यादव, सुरेश यादव, सुनील सिंह, अख्तर निहाल, ओम प्रकाश सिंह यादव, सुभाष सिंह यादव, वकील यादव, नंदकिशोर यादव, विजय पासवान, करतार सिंह यादव व मुन्ना पांडेय के अलावा हजारों की तादाद में लोग मौजूद थे।
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